बालिका सशक्तिकरण अभियान में जिले की नौ बेटियां बनेंगी यूथ आइकॉन

एसपी महेशचंद्र जैन ने पुलिस विभाग में 2017 की पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा में चयनित नौ आदिवासी बालिकाओं को चुना, जिन्होंने 12वीं तक या उससे अधिक स्नातक की पढ़ाई की है। चयनित इन 9 बेटियों के पोस्टर तैयार कराकर , इन्हे जिले की हर स्कूल में लगाया जा रहा है.
राजेश थापा, झाबुआ। जिला पुलिस द्वारा चलाये जा रहे बालिका सशक्तिकरण अभियान में जिले की 9 बेटियों को यूथ आइकॉन बनाया गया है साथ ही इनके पोस्टरों के माध्यम से जिले की अन्य बालिकाओ में जागरूकता पैदा की जा रही है। झाबुआ एसपी के द्वारा इन 9 बेटियों के प्रोत्साहन एवं समाज मे जागरूकता हेतु उक्त कार्य किया जा रहा है। ग्रामीण अंचल में अब कुरूतियो एवं अशिक्षा को पीछे छोड़ बालिकाएं आगे आ रही है। एसपी महेशचंद जैन के द्वारा इन 9 बेटियों के नाम, फोटो और शिक्षा लिखे पोस्टर तैयार कराए हैं, जिन्हें जिले की हर सरकारी स्कूल में लगाया जा रहा है ताकि गांव की अन्य बेटियां भी उनसे प्रेरणा लेकर अपना भविष्य संवार सकें। झाबुआ प्रदेश का एक मात्र जिला है जहां पुलिस बालिका सशक्तिकरण महाभियान के तहत बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने में लगी है ताकि वे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो सकें और उनके साथ होने वाली छेड़छाड़, ज्यादती और अपहरण की घटनाओं को रोका जा सके।
           एसपी महेशचंद्र जैन ने पुलिस विभाग में 2017 की पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा में चयनित नौ आदिवासी बालिकाओं को चुना, जिन्होंने 12वीं तक या उससे अधिक स्नातक की पढ़ाई की है। चयनित इन 9 बेटियों के पोस्टर तैयार कराकर , इन्हे जिले की हर स्कूल में लगाया जा रहा है जिससे जब स्कूल में पढ़ने वाली अन्य बालिकाएं पोस्टर देखेंगी तो प्रेरणा लेकर वे भी अपनी पढ़ाई जारी रखेंगी।
आने वाली पीढ़ी 100 प्रतिशत साक्षर हो
          बालिका पढ़ेगी तो आने वाले समय में झाबुआ जिला 100 प्रतिशत साक्षर हो जाएगा। आज झाबुआ जिले में महिला साक्षरता का प्रतिशत मात्र 35 है। इसे हमें 100 प्रतिशत तक ले जाना है तो हर बालिका को 18 वर्ष की उम्र तक शिक्षा से जोडऩा होगा। बालिका के पढऩे के कई लाभ होंगे। पहला वह समय के पहले शादी नहीं करेगी। दूसरा उसकी आने वाली संतान का पढ़ा लिखा होने की गारंटी हो जाएगी। आज तक ऐसा कोई उदाहरण नहीं है कि जो मां पढ़ी लिखी है, उसके बेटा-बेटी अनपढ़ रहे हों, इसलिए मैं विशेष रूप से बालिका शिक्षा पर जोर देता हूं ताकि आने वाली पीढ़ी 100 प्रतिशत साक्षर हो।
महेशचंद्र जैन, एसपी झाबुआ 

बालिका सशक्तिकरण अभियान में जिले की नौ बेटियां बनेंगी यूथ आइकॉन-girls-empowerment-campaign-jhabua-district-nine-girls-Will-become-Youth-Icon

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