पेटलावद की पूर्व विधायक निर्मला भूरिया के सुझाव पर अब प्रदेश में बनेगा प्रवासी मजदूर आयोग
कोरोना संक्रमण के बीच संपूर्ण लॉक डाउन के दौरान झाबुआ जिले के 10 मजदूर तेलंगाना में फंस गए थे। उन्हें लाने के लिए झाबुआ से उनके परिजन ई पास बनवाकर और एक वाहन लेकर तेलंगाना गए।
पिछले दिनों भोपाल में मुख्यिमंत्री से मुलाकात के दौरान पूर्व विधायक ने पुरजोर तरीके से उठाई थी प्रवासी मजदूरों की समस्या
झाबुआ। मजदूरों के हित संरक्षण व आपदाओं के समय त्वरित सहायता के लिए अब मप्र में प्रवासी मजदूर आयोग का गठन किया जाएगा। खास बात ये हैं कि इसके लिए पेटलावद की पूर्व विधायक निर्मला भूरिया ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान को सुझाव दिया था। दरअसल रोजगार की तलाश में हर साल प्रदेश के अलग’अलग जिलों से लाखों मजदूर देश के विभिन्न राज्यों का रुख करते हैं। उनकी समस्याओं के साथ प्राक्रतिक आपदाओं के दौरान उन्हें त्वरित मदद मुहैया कराने के लिए अब तक कोई व्यवस्था नहीं थी। पिछले दिनों जब पेटलावद की पूर्व विधायक निर्मला भूरिया ने भोपाल में मुख्यमंत्री से मुलाकात की तो उन्होंने यह मुददा पुरजोर तरीके से उठाया। उन्होंने कहा जिस तरह से उत्तरप्रदेश में प्रवासी मजदूर आयोगबनाया गया है उसी तरह मप्र में भी इसकी आवश्यकता है।

तेलंगाना से मजूदरों को लाने के लिए भेजना पडा था वाहन
कोरोना संक्रमण के बीच संपूर्ण लॉक डाउन के दौरान झाबुआ जिले के 10 मजदूर तेलंगाना में फंस गए थे। उन्हें लाने के लिए झाबुआ से उनके परिजन ई पास बनवाकर और एक वाहन लेकर तेलंगाना गए। इसमें उनकी काफी मशक्कत हो गई थी। अब प्रवासी मजदूर आयोग बन जाने के बाद इस तरह की दिक्कत नहीं रहेगी। शासनस्तर से सीधे संबंधित राज्य और वहां के जिले के कलेक्टर से चर्चा कर स्थानीय मजदूरों को सहायता मुहैया कराई जा सकेगी।