डि-लिस्टींग को लेकर झाबुआ नगर में निकाली गई विशाल रैली दोहरा लाभ लेने वालों पर हो प्रभावी कार्यवाही

डिलिस्टींग महारैली को लेकर पिछले एक माह से मनोज अरोडा एवं उनकी टीम द्वारा तेयारिया की जा रही थी।

धर्मांतरित इसाइर्यो को अनुसूचित जनजाति की सूची में शामिल रखा गया है, इन्हें बाहर किया जाए-मेघा उरावकर

झाबुआ । धर्म परिवर्तन करके इसाई और मुसलमान बनने वाले एसटी वर्ग के लोग आरक्षण का लाभ अभी भी ले रहे हैं। ऐसे 5 प्रतिशत धर्मांतरित इसाई लोगों के कारण अखिल भारतीय स्तर पर एसटी की 62 प्रतिशत के लगभग नौकरियां, छात्रवृत्ति, शासकीय अनुदान ले रहे हैं। ऐसे लोगों को अनुसूचित जनजाति सूची से डी-लिस्टिंग किया जाए। इस हेतु संसद द्वारा 1970 से लंबित कानून नहीं बना दिया जाता तब तक जनजाति सुरक्षा मंच संघर्ष करता रहेगा। यह बात शनिवार को झाबुआ में जनजाति सुरक्षा मंच के द्वारा डिलिस्टींग को लेकर 30 अप्रेल शनिवार को नगर में आयोजित विशाल रैली के दोरान मुख्य वक्ता मेघा उरावकर ने विशाल जनजातीय एवं हिन्दू संगठनों द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कहीं ।

       जनजाति जागरण मंच के मनोज अरोडा ने बताया कि झाबुआ नगर में जनजाति जागरण मंच के आव्हान पर पूरे जिले से हजारों की संख्या में उत्कृष्ठ मेदान पर जनजाती मंच के लोगों ने अनुसूचित जनजाति से ईसाई धर्म में धर्म में धर्मान्तरित हुए लोगों को मिलने वाले दोहरे लाभ को समाप्त करने तथा इन्हे इसाई धर्म का मान कर मिलने वाली सभी सुविधाओं एवं हितलाभों को बंद करने की मांग को लेकर विशाल रेली का आयोजन किया गया । मंच पर मुख्य वक्ता मेघा उरावकर के अलावा कानूजी महाराज, लालसिंह जी महाराज, कमल महाराज अन्य संतजन एवं भगत समाज के लोग उपस्थित थे । सभी ने एक स्वर में इ्रसाई धर्म अपना चुके जनजातिय वर्ग के लोगों को दोहरा लाभ रोकने की मांग की ।

श्री उरावकर ने कहा कि 1968 में कांग्रेस सांसद डॉक्टर कार्तिक बाबु उराव ने मामला उठाया था कि धर्मांतरित इसाई और मुसलमानों को अनुसूचित जनजाति की सूची में शामिल रखा गया है। इन्हें बाहर किया जाए। इसके लिए उन्होंने सांसदों से प्रस्ताव पर हस्ताक्षर भी करवाए थे। अज्ञात कारणों से यह बिल के रूप में पेश नहीं हो पाया और 1970 में लोकसभा भंग हो गई। जनजाति सुरक्षा मंच इसी मांग को लेकर पूरे प्रदेश में जनजागरण आंदोलन कर रहा है । यह आंदोलन धर्मांतरित लोगों को डी-लिस्टिंग ना होने तक चलेगा।अब हम ग्राम संपर्क अभियान चलाने वाले हैं के माध्यम से लोगों में दोहरा लाभ लेने वालों के बारे में जनजागृति पेदा कर रहे है । हमारी मांग का मुख्य उद्देश्य यह है कि समुदाय संस्कृति छोड़कर दूसरे धर्म में जाने वाले लोग दोहरा लाभ ले रहे हैं, ऐसे लोगों को एसटी सूची से बाहर करके एसटी समुदाय को मिलने वाले लाभों से वंचित किया जाए।

इस अवसर पर रतलाम,झाबुआ आलीराजपुर के सांसद गुमानसिंह डामोर के अलावा प्रदेश अजजा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष कलसिंह भाबर, पूर्व विधायक शांतिलाल बिलवाल, सुश्री निर्मला भूरिया, मनोज अरोडा, भाजयुमो जिलाध्यक्ष कुलदीप चौहान, कार्यालय मंत्री मजेसिंह मकोउिया, शैलेष दुबे,भानू भूरिया गनपत मुणिया, तिलक राज डांगी, बबलु सकलेचा, नाना राठौर राजेश वसुनिया सहित बडी संख्या में कार्यकर्ता एवं पदाधिकारीगण उपस्थित थे ।

Jhabua news- डि-लिस्टींग को लेकर झाबुआ नगर में निकाली गई विशाल रैली  दोहरा लाभ लेने वालों पर हो प्रभावी कार्यवाही Huge rally taken out in Jhabua Nagar regarding de-listing, effective action should be taken against those who take double benefit

नगर में पहली बार डि-लिस्टींग को लेकर जनजाति समाज के साथ ही हिन्दुवादी संगठनों के द्वारा उत्कृष्ठ मेदान से विशाल रेली का आयोजन किया गया । फव्वारा चौक से चन्द्रशेखर आजाद मार्ग, बाबेल चौराहा, राजवाडा, कालिका माता मंदिर परिसर होते हए नेहरू मार्ग, पुलिस लाईन से राजगढ नाका स्थित गरबा ग्राउंण्ड पर समापन हुआ । पूरे मार्ग में रैली का पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया । हजारों की संख्या में एकत्रित हुए लोगों के लिये विभिन्न समितियों द्वारा पानी, भोजन आदि की सराहनीय व्यवस्था की गई । ज्ञातव्य है कि इस जिला स्तरीय डिलिस्टींग महारैली को लेकर पिछले एक माह से मनोज अरोडा एवं उनकी टीम द्वारा तेयारिया की जारही थी। और शनिवार को विशाल रेली के माध्यम से सभी ने इसमें व्यापक समर्थन देकर इसे सफल बनाया ।