नगरपालिका चुनाव से पूर्व परिषद का कोरा भ्रष्टाचार आया सामने, नगरपालिका की 14 करोड़ की उत्कृष्ट सड़क बदहाल

बस स्टेंड के पीछे नपा द्वारा ही निर्मित कलेक्टोरेट से जोड़ने वाला बायपास मार्ग भी चढ़ा भ्रष्टाचार की भेंट.

बायपास मार्ग के साथ रामकुल्ला नाले की पुलिया पर सड़क पर बना स्वीमिंग पुल, क्या जिलाधीश, कलेक्टर लापरवाहों पर करेंगे  सख्त कार्रवाई ... ?

झाबुआ। नगरपालिका परिषद झाबुआ द्वारा शहर से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर वर्ष 2018 में निर्मित करीब 14 करोड़ की लागत की उत्कृष्ट सड़क पूरी तरह धूल और गड़ढ़ों में तब्दील होने के बाद 1 सितंबर, गुरूवार को सुबह शहर में हुई जोरदार बारिश के बाद नगरपालिका द्वारा ही बस स्टैंड के पीछे बनाया गया बायपास मार्ग भी कोरा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। जब बारिश से इस मार्ग पर सड़कों पर गिट्टी जमा हो गई तो सड़कों से डामर उखड़कर गड्ढ़े हो जाने के साथ ही मार्ग पर स्वीमिंग पुल का नजारा निर्मित हो गया। वहीं आगे चलने पर रामकुल्ला नाले की पुलिया पर भी सड़क पर बारिश के पानी का जलजमाव होने से यहां से दिनभर छोटे एवं बड़े वाहनों चालकों को निकलने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

     ज्ञातव्य रहे कि नगरपालिका परिषद् के पिछले 5 सालों में  शहर सहित शहर से सटे हाईवे मार्ग की बदहाल सड़कों की स्थिति किसी से छुपी हुई नहीं है। वर्तमान नगरपालिका परिषद् द्वारा ठेका पद्धति के माध्यम से शहर से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर विजय स्तंभ से लेकर मेघनगर नाका और विजय स्तंभ से लेकर राजगढ़ नाका और आगे किशनपुरी, अनास नदी तक सड़क निर्माण करवाया गया। वर्ष 2018 में कागजों पर करीब 14 करोड़ की लागत में निर्मित होना दर्शाई गई इस सड़क में भारी गोलमाल हुआ। पैसों की नगरपालिका परिषद् और ठेकेदार के बीच भारी बंदरबांट का ही प्रमाण है कि वर्ष 2018 में निर्मित हुई इस सड़क की हालत वर्ष 2019 में प्रथम वर्षाकाल से ही लगातार खराब होने लगी।

पेंचवर्क और डामरीकरण भी नहीं आया काम

इस बीच नगरपालिका परिषद् ने अपनी लापरवाही को छुपाने के लिए इन सड़कों पर हुए बड़े-बड़े गड्ढ़ों पर कई बार फिर से डामर और पेंचवर्क भी करवाया, लेकिन जोरदार बारिश होने पर यह डामर उखड़कर पुनः सड़कों की जस की तस स्थिति हो जाती। वर्ष 2022 में करोड़ों की लागत से बनी इस सड़क की हालत यह है कि सड़कों पर व्याप्त लापरवाही के सैकड़ों गड्ढ़े हाईव मार्ग से प्रतिदिन गुजरने वाले हजारों छोटे-बड़े वाहन चालकों के लिए भारी परेशानी का सबब बनने के साथ इस मार्ग पर दुर्घटनाऔ  का ग्राफ भ्ज्ञी तेजी से बढ़ रहा है। बड़ी दुर्घटना का जिला प्रशासन को इंतजार है।

कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक कार्यालय-निवास के बाहर भी गड्ढ़े

लापरवाही की हद तो तब हो जाती है जब वर्तमान में इस उत्कृष्ट सड़क पर ना केवल कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ और पुलिस अधीक्षक के निवास के बाहर ही बड़े गड्ढ़े हो गए है, वहीं इन वरिष्ठ अधिकारियों के कार्यालय के बाहर भी बारिश के बाद लगातार सड़कों से डामर उखड़ रहा है। कलेक्टर कार्यालय के सामने सड़क से लगातार डामर उखड़ रहा है। कलेक्टर से तहसील कार्यालय जाने वाले मार्ग पर भी गड्ढ़ों में पानी भर जाने से यह राह चलते लोगों के लिए आफत साबित हो रहे है, जबकि अपने निवास और कार्यालय से ही प्रतिदिन कलेक्टर, जिपं सीईओ, एसडीएम, तहसीलदार जैसे वरिष्ठ अधिकारियों का आना-जाना लगा रहता है, लेकिन सब काम अंधेर नगरी चैपट राजा ... की तर्ज पर चल रहा है।

दो स्थानों पर बना स्वीमिंग पुल का दृश्य

1 सितंबर, गुरूवार को सुबह शहर में हुई जोरदार बारिश के बाद बस स्टैंड के पीछे से कलेक्टोरेट जाने वाले बायपास मार्ग की भी पोल खुल गई, जब सड़क पर किचड़ ही किचड़ हो गई तो वहीं आगे चलने पर सड़कों पर गड्ढ़े होकर पानी भर गया वहीं ओर आगे चलने पर तो सड़क पर स्वीमिल पुल का नजारा निर्मित हो गया। उत्कृष्ट सड़क पर गैल तिराहे के समीप रामकुल्ला नाले की पुलिया की सड़क भी बारिश से पूरी तरह धुल जाने से डामर बाहर आकर यहां भी भारी जलजमाव होने से कई दो पहिया वाहन चालक गिरते-पड़ते रहे।

Jhabua news- बस स्टेंड के पीछे नपा द्वारा ही निर्मित कलेक्टोरेट से जोड़ने वाला बायपास मार्ग भी चढ़ा भ्रष्टाचार की भेंट
झाबुआ के बस स्टैंड के पीछे से कलेक्टोरेट जाने वाले बायपास मार्ग पर जोरदार बारिश से सड़क पर फैली गिट्टी


बस स्टेंड के पीछे नपा द्वारा ही निर्मित कलेक्टोरेट से जोड़ने वाला बायपास मार्ग भी चढ़ा भ्रष्टाचार की भेंट
बस स्टैंड से कलेक्टोरेट जाने वाला मार्ग बना स्वीमिंग पुल


बस स्टेंड के पीछे नपा द्वारा ही निर्मित कलेक्टोरेट से जोड़ने वाला बायपास मार्ग भी चढ़ा भ्रष्टाचार की भेंट
उत्कृष्ट सड़क पर गैल तिराहे के समीप सड़क से पूरा डामर उखड़कर बारिश से स्वीमिंग पुल बन गया



क्या जिलाधीश देंगे इस ओर ध्यान ... ?

बड़ा प्रश्न यह है कि नगरपालिका परिषद् के साथ संबंधित सड़क निर्माण करने वाले ठेकेदार या एजेंसियों की इस बड़ी घोर लापरवाही की ओर जिला कलेक्टर ध्यान देकर लापरवाहों पर सख्ती से कार्रवाई करेंगे, या इसी तरह से ढाक के तीन पात वाली कहावत आगे भी चरितार्थ होती रहेगी। नगरपालिका परिषद् द्वारा इस वर्ष वर्षाकाल से पूर्व सड़कों की मरम्मत और रिपेयरिंग के नाम पर भी अब तक धरातल स्थल पर कोई कार्य नहीं किया गया है, यह बड़ी विडम्बना है। शहर के मुख्य बाजारों और चैराहों की सड़कों की भी दिन-प्रतिदिन बदहाल स्थिति हो चली है, तो सड़कों पर व्याप्त खतरनाक गड्ढ़ों को भरवाएं जाने की शिकायत लगातार शहर के जागरूक नागरिकों की ओर से किए जाने के बाद भी संबंधित ठेकेदार या इंजनियर गड्ढ़ों को भी भरवाने और पेंचवर्क करवाने में पूरी तरह नाकाम साबित हो रहे है ... !

इनका कहना

- इस संबंध में कलेक्टर सोमेश मिश्रा से मोबाईल पर संपर्क करने पर उन्होंने मोबाईल रिसीव नहीं किया।

- आपके द्वारा मुझे इस गंभीर मामले से अवगत करवाया है। जांच कर लापरवाहों पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।

एलएन गर्ग, एसडीएम झाबुआ

  - मैं फिलहाल बाहर हूॅ, आपके द्वारा अवगत करवाया है। उत्कृष्ट सड़क के साथ बस स्टैंड के पीछे बायपास मार्ग की सड़क पर भी रिपेयरिंग कार्य अतिषीघ्र करवाया जाएगा।

एलएस डोडिया, सीएमओ, नगरपालिका झाबुआ