झाबुआ पुलिस की कार्रवाई: स्कोडा कार में छिपाकर लाई जा रही थी बीयर और व्हिस्की की खेप, यूपी का तस्कर गिरफ्तार
पेटलावद पुलिस ने स्कोडा कार से ₹1.20 लाख की अवैध शराब जब्त कर यूपी के तस्कर को गिरफ्तार किया। वाहन से 38 पेटी बीयर-व्हिस्की बरामद हुई। कार्रवाई में पुलिस की मुस्तैदी और सूचना तंत्र की बड़ी भूमिका रही। आरोपी के खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत केस दर्ज।
पेटलावद, झाबुआ। झाबुआ जिले के पेटलावद क्षेत्र में एक बार फिर पुलिस ने नशे के अवैध कारोबार पर करारी चोट की है। अपराधियों पर कड़ी निगरानी और मुखबिर तंत्र की मदद से पुलिस ने अवैध शराब के कारोबारियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया। इस बार पुलिस के हत्थे चढ़ा है एक शातिर तस्कर, जो स्कोडा कार में ठूंस-ठूंसकर बीयर और व्हिस्की भरकर झाबुआ में खपाने ला रहा था। 25 जून 2025 की रात, पेटलावद थाना पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि बदनावर से भारी मात्रा में अवैध शराब एक स्कोडा कार (MH06AS6120) के जरिए पेटलावद की ओर लाई जा रही है। सूचना मिलते ही पेटलावद पुलिस सक्रिय हुई। बरवेट रोड के पास नाका बंदी की गई और संदिग्ध वाहन के आते ही उसे रोकने की कोशिश की गई, लेकिन ड्राइवर ने रफ्तार बढ़ाकर जामली की ओर भागने की कोशिश की। पुलिस ने पीछा कर वाहन को घेर लिया।
फिल्मी स्टाइल में पकड़ाया यूपी का शराब तस्कर
गाड़ी से दो लोग कूदकर भागने लगे, लेकिन पुलिस ने घेराबंदी कर दोनों को धर दबोचा। मुख्य आरोपी की पहचान आशुवेन्द्र उर्फ धीरू पिता उदयभानसिंह तोमर (उम्र 30 वर्ष) के रूप में हुई, जो मूलतः उत्तर प्रदेश के औरैया जिले के बरमुपुर गांव का निवासी है और वर्तमान में सिद्धेश्वर कॉलोनी, झाबुआ में रह रहा था। साथ पकड़ा गया युवक नाबालिग पाया गया है, जिसकी भूमिका की जांच जारी है। जब वाहन की तलाशी ली गई, तो पुलिस को 38 पेटियों में भरकर रखी गई शराब मिली। इनमें शामिल थीं:
- 15 पेटी माउंट 6000 सुपर स्ट्रॉन्ग बीयर
- 15 पेटी हंटर स्ट्रॉन्ग प्रीमियम बीयर
- 8 पेटी गोवा व्हिस्की
कुल मिलाकर 432 लीटर शराब पाई गई, जिसकी बाजार कीमत ₹1.20 लाख से अधिक है। इसके साथ ही स्कोडा कार की कीमत ₹4 लाख आंकी गई। पूरी बरामदगी ₹5.20 लाख से अधिक की बताई जा रही है। थाना पेटलावद में आरोपी के खिलाफ अपराध क्रमांक 231/2025 दर्ज किया गया है। उस पर मध्यप्रदेश आबकारी अधिनियम की धारा 34(2) और 36 के तहत मामला कायम हुआ है। आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से पुलिस रिमांड स्वीकृत हुआ है। नाबालिग की भूमिका और उससे जुड़े किसी गिरोह की जांच गहनता से की जा रही है। इस अभियान में थाना प्रभारी निरीक्षक निर्भयसिंह भूरिया, चौकी प्रभारी दीपक देवरे, प्रधान आरक्षक केमता चौहान, भगतसिंह सोलंकी, और आरक्षक प्रकाश मंडलोई ने सराहनीय कार्य किया। उनकी तत्परता और साहस के लिए पुलिस अधीक्षक पद्मविलोचन शुक्ल ने पूरी टीम को सम्मानित करने की घोषणा की है।
अवैध तस्करी पर करारा वार
झाबुआ क्षेत्र लंबे समय से अवैध शराब और नशे के नेटवर्क का केंद्र बनता जा रहा था। युवाओं में नशे की लत और उससे उपजे अपराधों ने समाज को खोखला करना शुरू कर दिया था। ऐसे में यह कार्रवाई महज एक गिरफ्तारी नहीं, बल्कि समाज को एक चेतावनी है कि कानून अब पूरी तरह चौकन्ना है।
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