रात्री तीन बजे तक खाटू भजन संध्या में नाचते झुमते रहे श्रद्धालु

कार्यक्रम में विशेष रूप से विधायक गुमानसिंह डामोर, नगरपालिका अध्यक्षा श्रीमती मन्नुबेन डोडियार, जिला भाजपाध्यक्ष ओम शर्मा उपस्थित रहे ।
झाबुआ । मकर संक्राति के पावन अवसर पर मंगलवार को राजवाडा चौक पर हारे का सहारा बाबा श्याम हमारा समिति द्वारा आयोजित भजन संध्या श्याम महा कीर्तन एवं ज्योति दर्शन के  कार्यक्रम में नगर सहित बाहर से पधारे  श्रद्धालुओं ने रात्री 3 बजे तक खाटूवाले श्याम के दर्शन वंदन के लिये एकत्रित होकर अपनी आस्था एवं भक्ति को प्रवाहित किया । रात्री 9 बजे से राजवाडा चौक पर भव्य पाण्डाल पर श्री खाटूश्याम की मनोहारी झांकी सजाई गई जिसमें अलौकिक ज्योति प्रज्वलित की गई । हजारों की संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं ने  ज्योति के दर्शन कर अपनी आहूतिया अर्पित की । भजन गायिक सोनल शर्मा ने म्हारा कीर्तन मे रस बरसाओ  आओ जी गजानन आओ’’ से  कीर्तन की प्रस्तुति दी  । वही उन्होने हनुमानजी का भजन एक बार तो हाथ उठाओं मेरे हनुमान के लिये तथा जब से थारे  से हुई मलाकात सावरे की प्रस्त्रुति दी वही दुर्गा गामड राजगढ ने नैनो की सूरतिया बहुत सतावेरे आल्यू आवे रे भजन से श्रोताओं को मंत्र मुग्ध किया । वही लक्ष्मी नारायण कुमावत इन्दौर द्वारा ’’ सजा दो घर को गुलशन सा मेरे सरकार आये है  तथा बाबा का दरबार सुहाना लगता है भक्तो का दिल दीवाना लगता है- जैसे भजनों से दर्शकों को थिरकने को मजबुर किया ।  
          समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में  विशेष रूप  से विधायक गुमानसिंह डामोर, नगरपालिका अध्यक्षा श्रीमती मन्नुबेन डोडियार, जिला भाजपाध्यक्ष ओम शर्मा सहित कई गणमान्यजन उपस्थित रहे । भजन गायक बंटी सोनी के  मंच पर पहूंचते ही नगर की विभिन्न संस्थाओ की ओर उनका स्वागत किया गया । बण्टी सोनी ने अपने  भजनों की प्रस्तुति देते हुए  जग घुमिया थारे जेसा न कोई, तथा हारे का सहारा आजा’’ जैसे भजन प्रस्तुत करके लोगों को नाचने एवं झुमने को मजबुर कर दिया । बंटी सोनी द्वारा एक से बढ कर एक भजनों की प्रस्तुति रात्री 3 बजे तक दी गई । 
     पूरे  पाण्डाल में इत्र , केशर एवं पुष्पो की वर्षा की गई । वही बंटी सोनी द्वारा होली गीत प्रस्तुत किये गये जिस पर पुरूष , महिलाओ , युवकों एवं बच्चों ने जमकर गुलाल रंग उडा कर अपनी आस्था व्यक्त की । उनका भजन महाभारत में आपने कृष्ण को शिश का दान किया- प्रस्तुत करके सभी को नमन करने का बाध्य कर दिया । कान्हा आयेगा, बाबा आयेगा, सच्चे मन से उसे पुकारा रूक नही पायेगा भजन पर सभी नाचने लगें । उनकी भजन प्रस्तुति इतनी कृपा सांवरे बनाये रखना...मरते दम तक सेवा मे लगाये रखना.. कोई्र नही आता मेरा श्याम आता है, मेरे दुख के समय  में वो बडे काम आते है.... बांस की बासूरिया पे घणो इतरावे कई सोना हीरा मोतिया की होती तो जाने कई करतो भजन पर श्रद्धालु थिरकने को बाध्य हो गये । महिलाओ ने जहां उनके भजनों पर गरबा रास खेला वही आदिवासी गीत काका बाबा नो पोरिया पर भी उन्होने  भजन देकर खुब नचाया । 
      बंटी सोनी ने खाटू श्याम के चमत्कार एवं अवतरण की कथा सुनाते हुए कहा कि मेरे खाटू के दरबार में  हाजरी लगाने वाला कैसा भी हो उसका दुख दूर होता ही है  । उनकी भजन रचना पति के नाम कुर्बान हो जाये वो औरत, दुनिया मे अपना नाम अमर कर जाये वह औरत ने सभी की आंखे नम कर दी । उन्होने अन्तिम भजन प्रस्तुत करते हुए कहा कि जो भी गया खाटू उसका काम बन गया, निराशा ओर दुख दर्द से छूटकारा मिल गया ।
अन्त मे सभी श्रद्धालुओं को खाटू श्याम की ज्योति के पवित्र काजल एवं पुष्पों का वितरण किया गया तथा अर्पित की गई छप्पन भोग की प्रसादी का वितरण किया गया ।







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