बर्तन बांटने के नाम पर आदिवासियो को भ्रष्टाचार कर छला गया

सांसद डामोर ने सरकार को संचेत करते हुये कहा कि झाबुआ जिले में यदि एक भी किसान का 2 लाख का कर्जा माफ हुआ हो तो बताये।

सांसद डामोर ने प्रेसवार्ता कर लगाये आरोप

झाबुआ। प्रदेश में आदिवासियो के साथ कांग्रेस सरकार एंव प्रशासन ने धोकाधडी की है। जिले के प्रभारी मंत्री ने वादा किया था कि जिले के सभी समुहो को 25 हजार के बर्तन शासकीय स्तर पर दिये जायेगे।  किन्तु 7 सितम्बर को प्रदेश के अजाक मंत्री ओमकांर सिंह मरकाम ने सिर्फ विधानसभा क्षेत्र झाबुआ में ही जो बर्तन बांटे है उसमें व्यापक भ्रष्टाचार की बु आ रही है। मंत्रीजी द्वारा बांटे गये बर्तनो की अनुमानित बाजार मुल्य के मान से बर्तन 8650 रूपये से अधिक के नही माने जा सकते है। परिवहन आदि व्यय जोड भी लिया जाये तो 10 हजार से अधिक के बर्तन प्रदाय नही हुआ है। 20 किलो ग्राम वजन ने तीन एल्युमिनियम के तपले जिसका वजन 20 किलोग्राम का बाजार मुल्य 4 हजार रूपये होता हैं। स्टील के तीन धामो की किमत लगभग 2 हजार रूपये है तीन चम्मच लगभग 450 रूपये है। स्टील के दो बडे चम्मच 500 रूपये से अधिक के नही, झारो की कीमत तथा दो बाल्टियो की कीमत 750 रूपये के लगभग होती है। इस प्रकार 25 हजार के अनुपात में बांटे जाने वाले बर्तनो की कीमत 10 हजार रूपये से अधिक सभी खर्चो को जोडकर भी नही होती है। 
     इस प्रकार इसमें व्यापक गडबडी नही हुई होगी इस संभावना से इंकार नही किया जा सकता है। आश्चर्यजनक तो यह है कि पुरे जिले की बजाय झाबुआ विधानसभा क्षेत्र. में ही उपचुनाव को देखते हुये बांटे गये है। थांदला एवं पेटलावद  विधानसभा क्षेत्र में एक भी बर्तन नही बंटा है। सभी समुहो को बांटे जाने की बात की जा रही है जबकि एक एक गांव में पाॅच से दस समुह काम कर रहे है। मंत्रीजी के इस कार्यक्रम में पार्टी विशेष के लोगो को ही लेकर ही बर्तनो का वितरण हुआ है। इसमें जिन समुहो के नाम से बर्तन बांटे गये है उनका सत्यापन भी नही किया गया है। बर्तनो का वितरण ग्राम पंचायतो को होना चाहिये था किन्तु कांग्रेस की सरकार ने बर्तन बांटने में छल कपट किया है। उक्त आरोप रतलाम झाबुआ आलिराजपुर के सांसद गुमानसिंह डामोर ने  सोमवार को एक निजी होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में लगाये। 
         सांसद डामोर ने कहा कि अभी तक जिले में 7 मंत्री आ चुके है किन्तु जिले में बिजली की समस्या का निवारण नही हुआ है। भारी भरकम बिल गा्रमीणो को मिल रहे है। कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में किसानो का कर्ज माफी एवं बिजली का बिल हाफ करने का वादा किया था किन्तु आज भी मजदुर किसान एवं गरीब वर्ग के लोगो को औसत बिल 2000 से 5000 रूपये तक आ रहे है। सांसद डामोर ने सरकार को संचेत करते हुये कहा कि झाबुआ जिले में यदि एक भी किसान का 2 लाख का कर्जा माफ हुआ हो तो बताये। सिर्फ सरकार गुमराह कर झुठ बोलकर आदिवासियो को उलझा रही है। मजदुरो को मनरेगा का आज तक भुगतान नही हुआ है ओर पिछले पाॅच से छ माह का भुगतान बाकी है। उन्होने कहा कि आदिवासी उपयोजना 275(1) कार्य स्वीकृत कर सरकार ने राशि जनपदो को दे दी है। किन्तु आज छः माह होने के बाद भी पंचायतो को इसका वितरण नही हुआ है। कांग्रेस सरकार दलाल ऐसे किसानो से मिल रहे है ओर लेनदेन करके जनपदो से पैसा दिलवाने का काम कर रहे है। 
       श्री डामोर ने कहा कि आज प्रदेश में सडको की हालत 2003 जैसी स्थिति में आ चुकी है। सभी दुर सडके गड्ढो में तब्दिल हो रही है। सरकार तेज बारिश का बहाना बना रही है। जबकि भाजपा शासन में भी बारिश होती थी ओर सडको का मंेटेनेंन्स नियमित होता था। प्रदेश सरकार की विफलता का जिक्र करते हुये उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ जो प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी है की सरकार के अंद ही अंतर्कलह बंदरबाट को लेकर हो रहा है। जनता के दुख दर्द पर सरकार एवं मंत्रियो का ध्यान नही है। मंत्री स्वयं ही एक दुसरे पर आलोचना करने में लगे हुये है। एक एक्साईज का आफिसर का जिक्र करते हुये कहा कि उनके वायरल आडियो के अनुसार मंत्री को लाखो का नजराना देना पडता है। उन्होने कहा कि किसानो का 2 लाख का कर्जा माफ होना तो दुर ब्याज के वसुली के नोटिस किसानो को आ रहे है। भाजपा सरकार शुन्य प्रतिशत ब्याज पर किसानो को कर्ज देती थी। भाजपा सरकार के अच्छे कार्यो को भी धीरे धीरे कांग्रेस सरकार नष्ट कर रही है। 
      सांसद डामोर ने प्रधानमंत्री के 100 दिवस की कार्यकाल की उपलब्धियो का जिक्र करते हुये कहा कि इस कार्यकाल में तीन तलाक जैसा बिल पारित होना, जम्मू कश्मीर से धारा 370 एवं अनुच्छेद 35 ए हटाना, पुरे देश में कानून व्यवस्था चाक चौबंद हो गई है सीमाये सुरक्षित है तथा भारत में अंतरिक्ष में कदम रख दिया है। उन्होने कहा कि जम्मू कश्मीर से 370 हटाना एक जिम्मेदारी वाला चुनौतिपूर्ण कार्य था उसे प्रधानमंत्री ने कर दिखाया है। उन्होने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पुरे संसदीय क्षेत्र. की ओर से बधाई देते हुये कहा कि अब वास्तविक रूप में कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत एक हो चुका है। पूर्व सांसद कांतिलाल भूरिया द्वारा ईवीएम को लेकर जो याचिका दायर की गई है उस पर भी उन्होने अपने विचार व्यक्त किये। कांग्रेस वालो द्वारा उन्हे नंदी के रूप  संबोधित करने पर कहा कि नंदी तो भगवान शीव का वाहन है ओर इसे शुभ माना जाता है। किन्तु ऐसे लोगे को गधो को लेकर घुम रहे है जिनमे सामने कोई नही झुकता है। जम्मू कश्मीर ओर लद्दाख के विभाजन के बारे में भी उन्होने कहा कि इससे समस्याओ के समाधान में मदद मिलेगी।  
       श्री डामोर ने जयस को लेकर भी अपने विचार व्यक्त किये तथा इसका गठन जिस सामाजिक उद्देश्य को लेकर आदिवासी समाज को मजबूत करने को लेकर हुआ था शिक्षा का स्तर बढाने को हुआ था। उसे हिरालाल अलावा जैसे लोगेा के कारण प्राप्त नही हो पा रहा है। श्री डामोर ने 11 सितम्बर को जिला स्तर पर प्रदेशव्यापी घंटानाद आंदोलन के आयोजन की जानकारी देते हुये कहा कि कुम्भकर्णी नींद में सोई कांग्रेस की कमलनाथ सरकार को जगाने के लिये जिले भर से भाजपा कार्यकर्ता शंख, घडी घंटाल, थाली आदि लेकर बजाते हुये रैली के रूप में कलेक्टर कार्यालय का घैराव करेंगे। ओर शासन प्रशासन को निंद से जगाएगे। श्री डामोर ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने स्थानतरणो को उद्योग बना दिया है तथा जिले भर में 3 हजार से शिक्षको के पद रिक्त हो गये है तो कई स्कुलो में एक्सेस भी हो  गये है। प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नही बची हुई है। कांग्रेस के लोगे अधिकारियो को धमकाकर वेद अवैध सभी काम करवा रहे है। कांग्रेस के लोगो का किसी भी जनता से सीधा संपर्क नही रहा है। 7 सितम्बर को आयोजित सरकारी कार्यक्रम में कांग्रेस के लिये वोट मांगे गये है। जिसे झाबुआ विधानसभा का हर मतदाता जान चुका है। कांग्रेस में चोर चोर मुसेरे भाई है ओर आदिवासियो के साथ धोखा कर रहे है। श्री डामोर ने बांटे गये बर्तनो को प्रेस को भी बताया। 
इस अवसर पर जिला भाजपा अध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा ने स्वागत भाषण दिया। प्रेस वार्ता में महामंत्री श्यामा ताहेड, कल्याणसिंह डामोर, बबलू सकलेचा, सहित बडी संख्या में भाजपा पदाधिकारी उपस्थित थे। 

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