अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित

कलेक्टर श्री रोहित सिंह ने अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर बालिकाओं और उनकी माताओं को शुभ कामनाएं दी।

झाबुआ। रतलाम-झाबुआ-अलिराजपुर संसदीय क्षेत्र के सांसद श्री गुमानसिंह डामोर ने अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा रविवार को यहां नेच्यूरल रेसिडेन्सी (एम-2) में आयोजित कार्यक्रम का माॅ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जलित कर शुभारम्भ किया। श्री डामोर ने इस कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि बेटे आन है तो बेटिया शान है। हमारी भारतीय संस्कृति में बेटो की तुलना में बेटियों को सबसे अधिक महत्व मिला है। उससे पूरे हमारे धार्मिक ग्रंथ भरे पडे हैं। दुर्गा उत्सव के दौरान बेटियों की पूजा कि जाती है। और अलग-अलग रूपों में पूजी जाती है। विश्व में भारत एक मात्र ऐसा देश है जहां बेटियों का महत्व है। 

श्री डामोर ने आगे कहा कि हम कक्षा 10वी, 12वी और संघ लोकसेवा आयोग की परीक्षा परीणामों को देखते हैं तो टाॅप 10 में पांच से अधिक स्थान बालिकाएं पाती है और छात्रों से छात्राएं अव्वल रहती है। धीरे-धीरे छात्राएं आगे बड रही है और उनका महत्व भी बड रहा है। हमारे देश में बालिकाओं की अपेक्षा बालकों की संख्या अधिक है। इसमें पहले की अपेक्षा तेजी से सुधार आ रहा है। जब तक लिंग अनुपात समान नहीं होगा, तब तक अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जो हमारी भागीदारी होना चाहिए, वह नहीं हो पाएगी। बालिकाएं हर मामले में चाहे वह शिक्षा का क्षेत्र हो, स्वास्थ्य का क्षेत्र हो, इंजीनियरिंग का क्षेत्र हो, वैज्ञानिक का क्षेत्र हो व अन्य क्षेत्र हो आगे बढ़ रही है। हमारी बेटियां एयरफोर्स तथा नेवी में भी है। हर जगह बेटियां आगे है। बेटियां दो परिवारों को आपस में जोडती है। एक वह परिवार जहां जन्म लिया और दूसरा वह परिवार जहां विवाह हुआ है। श्री डामोर ने कहा कि झाबुआ एक आदिवासी बाहुल्य जिला है। इस जिले में अच्छी-अच्छी शैक्षणिक संस्थाएं तथा छात्रावास आश्रम है। इन स्कूलों और छात्रावास आश्रमों में बच्चों को पढ़ने की सुविधा मिलेगी। अब छात्र-छात्राओं की पढ़ाई बाधित नहीं होगी। श्री डामोर ने कहा कि हमारे जिले के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक तथा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत की युवा टीम है और वे जिले के विकास में अहम भूमिका निभा रहे हैं।   

कलेक्टर श्री रोहित सिंह ने अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर बालिकाओं और उनकी माताओं को शुभ कामनाएं दी। श्री सिंह ने कहा कि बालिका दिवस पर केवल पिंक कलर की बात करते है, यह मुझे बड़ा अटपटा लगता है। बालिकाओं के लिए सभी कलर है। श्री सिंह ने कहा कि परीक्षाओं में  बालिकाएं बालकों की अपेक्षा अधिक संख्या में अच्छे अंकों से उत्तीर्ण होती है। इसमें चिन्ता करने की बात नहीं है। बल्कि फक्र करने की बात है। श्री सिंह ने कहा कि हमारा यह उद्देश्य होना चाहिए की बालिकाएं पहले ही पीढ़ि में आगे आकर अव्वल स्थान प्राप्त करें। यह तब संभव होगा। जब हम अपने संकुचित दायरे से बाहर आएगें। मेरा यह मानना है कि पढ़ाई एक विधा है जीविकापार्जन का एक माध्यम है। अपनी कुशलता को विकसित करने का एक माध्यम है। इसके अलावा बहुत सारे आयाम है। जिसमें खेल भी एक विकल्प है। जब कभी खेल परिसर जाने का मौका मिलता है तो वहां पर 35 वर्ष से कम उम्र के लोग देखने को नहीं मिलते। श्री सिंह ने कहा कि झाबुआ में धनुष बाण क्लब बनाया है। जिले के अधिक से अधिक बच्चे इस क्षेत्र में आगे बढे़। इसमें ज्यादा से ज्यादा बच्चे व उनके पालक जुडे़। झाबुआ जिले से अधिक से अधिक खिलाड़ी राज्य तथा राष्ट्रीय स्तर पर अपना नाम रोशन करें। श्री सिंह ने कहा कि नए शिक्षा सत्र में विद्यालयों में बच्चों का स्वागत किया जावेगा। प्रयास यह होगा कि विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो, हर विद्यालय में कब्बड्ड़ी, खो-खो, क्रिकेट, बेडमिंटन टीम तैयार की जावेगी। छात्र-छात्राओं में किसी भी प्रकार का पक्षपात नहीं किया जावेगा। हाई स्कूल तथा हायर सेकण्डरी स्कूल मेें बालिकाओं के बैठने के लिए एक कक्ष की व्यवस्था सुनिश्चित की जावेगी ताकि वे आपस में चर्चा और विचार-विमर्श कर सकें। इतना ही नहीं बालिकाओं के स्वास्थ्य संबंधी भी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित की जावेगी ताकि विद्यालयों में बालिकाओं की उपस्थिति बढ़ सके।

    श्री सिंह ने कहा कि हर विद्यालय में पुस्तकालय की व्यवस्था तथा स्मार्ट क्लास की व्यवस्था की जावेगी। बालिकाओं को टेक्नोलोजी से जोड़ कर ज्यादा से ज्यादा मोबाईल के उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जावेगा। यह सुविधा बडे़-बडे़ शहरों में उपलब्ध होती है। छोटे स्थानों पर यह सुविधा देखने को नहीं मिलती। इस अवसर पर अतिथियों ने रंगोली, चित्रकला तथा मेंहदी प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र व पुरस्कार प्रदान किए। अतिथियों द्वारा कक्षा 10वी तथा कक्षा 12वी में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाली बालिकाओं को पुरस्कृत भी किया। सांसद श्री डामोर ने स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग तथा औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान द्वारा आयोजित प्रदर्शनी और रंगोली तथा चित्रकला प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। विधायक झाबुआ के प्रतिनिधि डाॅ. विक्रांत भूरिया ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।

कार्यक्रम के प्रारम्भ में सहायक संचालक श्रीमति वर्षा चैहान ने स्वागत भाषण दिया और कार्यक्रम उद्देश्य पर विस्तार से प्रकाश डाला। इस अवसर पर कलाकारों द्वारा बालिका शिक्षा पर आधारित नुकड़ नाटक प्रस्तुत किया।इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री सिद्धार्थ जैन, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. जयपाल सिंह ठाकुर, सिविल सर्जन डाॅ. बी.एस.बघेल, जिला शिक्षा अधिकारी श्री जी.पी.ओझा, डाॅ. राजाराम खन्ना, महिला एवं बाल विकास विभाग के सहायक संचालक श्री आर.एस.बघेल, श्री बालू सिंह सस्तिया, सरपंच पिटोल श्री कान्हा गुन्डिया सहित बड़ी संख्या में महिलाएं व छात्राएं उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन श्री जीमी निर्मल ने किया तथा कार्यक्रम के अंत में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग श्री अजय चैहान ने आभार व्यक्त किया। 

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