भगवान की भक्ति करने से गुरू मिले या न मिले किन्तु गुरू भक्ति करने से भगवान अवश्य ही मिल जाते है- पूज्य लेखेन्द्रसूरिष्वर जी मसा

झाबुआ सहित पूरे अंचल से 300 से अधिक श्रावकजन इस महामांगलिक के श्रवण के लिये पहूंचेगें एवं धर्मलाभ लेगें ।

आचार्य श्री के श्रीमुख से गुरू पूर्णिमा पर होगी महामांगलिक

झाबुआ । लाखों श्रावक श्राविकाओं की श्रद्धा के केन्द्र पूज्य कोकण केशरी आचार्य श्री लेखेन्द्रसूरीश्वरजी मसा का चातुर्मास श्री शंखेश्वर महातीर्थ पर हो रहा है । सुश्रावक संतोष रूनवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि पूज्य लेखेन्द्रसूरीश्वरजी मसा द्वारा गुरूपूर्णिमा के पावन अवसर पर शंखेश्वर तीर्थ पर अत्यन्त ही चमत्कारिक महामंागलिक पार्श्व पद्मावति शक्तिपीठ के प्रांगण में 24 जुलाई  को आयोजित की जावेगी । जिसमें देश भर से बडी संख्या में श्रद्धालुजन, श्रावक श्राविकायें इस महामांगलिक का लाभ उठाकर धर्मलाभ प्राप्त करेगें । महामांगलिक में स्वागत का लाभ झाबुआ के संतोष रूनवाल एवं परिवार द्वारा लाभ लिया जावेगा । इस अवसर पर गुरूपद पूजन का अनुठा कार्यक्रम भी आयोजित होगा । श्री रूनवाल ने बताया कि झाबुआ सहित पूरे अंचल से 300 से अधिक श्रावकजन इस महामांगलिक के श्रवण के लिये  पहूंचेगें एवं धर्मलाभ लेगें । 

            संतोष  रूनवाल के अनुसार गुरू की महत्ता समझने का यही दुर्लभ अवसर आया है। गुरू ज्ञान के सागर है गुरू के बिना सब कुछ अंधेरा ही अंधेरा है । गुरू की कृपा से पूण्य का सूरज खील जाता है। बिना गुरू के जीवन शुरू ही नही होता है। भगवान की भक्ति करने से गुरू मिले या न मिले किन्तु गुरू भक्ति करने से भगवान अवश्य ही मिल जाते है।श्री रूनवाल के अनुसार जन जन की आस्था के केन्द इतिहास सर्जक 1008 पार्श्व जैन मंदिर के प्रणेता राष्ठªसंत कोंकण केशरी आचार्य देवेश श्रीमद विजय लेखेन्द्र सूरीश्वरजी मसा के मुखारंिवंद से प्रवाहित होने वाली चमत्कारिक महामांगलिक के अवसर पर 24 जुलाई को प्रातः 10 बजे से महामांगलिक श्रवण करने मध्यप्रदेश के केबिनेट मंत्री ओम सकलेचा,गुजरात के श्रम एवं रोजगार मंत्री दिलीपभाई ठाकोर, गुजरात के पूर्वगृहमंत्री एवं भाजपा प्रदेश महामंत्री रजनीभाई पटेल,श्रीमती वर्षावेन दोशी उपाध्यक्ष गुजरात राज्य प्रभारी, श्री दशरथभाई ठाकोर पाटन जिलाध्यक्ष, भरतभाई आर्य प्रभारी हिम्मतनगर के अलावा गुजरात, राजस्थान एवं मप्र के 16 से अधिक विधायकगण भी सहभागी होगें । गुरूपद पूजन के लाभार्थी मोहनलाल मिश्रीमल गुणत परिवार मुंबई , एवं माहमांगलिक के लाभार्थी श्रीमती शांताबेन मोहनलाल ओसवाल पपरिवार है। वही स्वागत सत्कार के लाभार्थी संतोष रूनवाल एवं परिवार रहेगा । इस चमत्करिक महामांगलिक के श्रवण हेतु अधिक से अधिक श्रावकों को शंखेश्वर महातीर्थ पर पहूंचने की अपील की गई है ।  

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