झाबुआ के कॉलेज मार्ग पर मोगली गार्डन में धर्म रक्षा दल एवं सकल हिन्दू समाज द्वारा होगा श्री राम कथा का भव्य आयोजन

कथा वाचन भोपाल से पधारे पं. मंथनजी शांडिल एवं उनकी टीम द्वारा संगीतमय तरीके से किया जाएगा।
  • भगवान श्री राम का मानव अवतरण के रूप में इतिहास गौरवशाली, विवेकशील एवं मर्यादा सीखाने वाला है -ः वरिष्ठ इतिहासकार डॉ. केके त्रिवेदी
  • आयोजन को लेकर सर्व संस्थाओं और समाज की महत्वपूर्ण बैठक हुई संपन्न, आमंत्रण-पत्रिकाओं का किया गया विमोचन
झाबुआ। भगवान श्री राम के आदर्शों और मर्यादाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए धर्म रक्षा दल एवं सकल हिन्दू समाज की ओर से स्थानीय कॉलेज मार्ग स्थित अंबे माता मंदिर के समीप मोगली गार्डन में ऐतिहासिक श्री राम कथा का आयोजन किया जा रहा है। जिसकी तैयारियां एवं प्रचार-प्रसार भी व्यापक पैमाने पर किया जा रहा है। आयोजन को लेकर पिछले दिनों एक संक्षिप्त बैठक के साथ शहर की सर्व संस्थाओं और समाज की महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन 26 मार्च, शनिवार देर शाम 7 बजे आयोजन स्थल पर मोगली गार्डन पर ही किया गया
     जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में सेवानिवृत्त प्राचार्य एवं वरिष्ठ इतिहासकार डॉ. केके त्रिवेदी, श्री विघ्नहर्ता विहार धाम ट्रस्ट फुलमाल के प्रमुख ट्रस्टी एवं वरिष्ठ समाजसेवी यशवंत भंडारी, सामाजिक महासंघ के जिलाध्यक्ष नीरजसिंह राठौर, मातृ शक्तियों में जिला महिला एवं पतंजलि योग समिति की प्रभारी सुश्री रूक्मणी वर्मा एवं वरिष्ठ साहित्यकार तथा लेखिका देवयानी नायक उपस्थित थी। प्रारंभ में अतिथियों द्वारा श्री राम-दरबार की तस्वीर पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वजलन किया गया। बाद सभी ने भगवान श्री राम एवं हनुमानजी के सामूहिक जयकारे लगाए। अतिथियों का स्वागत श्री राम कथा उत्सव समिति से जुड़े वरिष्ठजनों में विट्ठल प्रसाद शर्मा, ललित शर्मा, मदन राठौर, नीरंजनसिंह चौहान, गजराजसिंह चौहान ‘दादुभाई’, महेन्द्र पंवार, महिलाओं में रेखा शर्मा, स्मृति भट्ट, श्रीमती संगीता पंवार, आनंदीबेन कहार, चेतना चौहान, प्रेमलता पंवार, अनिता जाखड़, हरिप्रिया निगम, शांताबेन जायसवाल, विनीता नायक आदि ने पुष्पमाला एवं पुष्प गुच्छ भेंटकर किया।
कथा में यह रहेगा खास
स्वागत उद्बोधन एवं कार्यक्रम का सफल संचालन करते हुए श्री राम कथा आयोजन समिति के वरिष्ठ अश्विन शर्मा ने बताया कि श्री राम कथा चैत्र नवरात्रि एकम 2 अप्रेल से आरंभ होकर 10 अप्रेल श्री राम नवमी तक चलेगी। 11 अप्रेल को दशहरा पर महाप्रसादी (भंडारे) का आयोजन होगा। कथा वाचन भोपाल से पधारे पं. मंथनजी शांडिल एवं उनकी टीम द्वारा संगीतमय तरीके से किया जाएगा। समय प्रतिदिन दोपहर 3 से शाम 6 बजे तक रहेगा। प्रथम दिन शहर में शोभायात्रा के साथ कथा का आगाज किया जाएगा। प्रतिदिन कथा के प्रसंगांे के अनुसार अलग-अलग जीवंत चित्रण भी प्रस्तुत होगा। कथा का उद्देश्य सकल हिन्दू संप्रदाय में अपने धर्म, संस्कृति और सभ्यता के प्रति जागरूकता लाकर एकीकरण करना है।
भगवान श्री राम मर्यादा और विवेकशीलता के धनी
बाद अपने उद्बोधन में मुख्य वक्ता डॉ. केके त्रिवेदी ने कहा कि भगवान श्री राम का मानव जीवन के रूप में इतिहास सदियों पुराना है। श्री राम के मुख मंडल पर हमेशा सौम्यता, मर्यादा और विवेकशीलता तथा विवेकवानता झलकती है। प्रत्येक मनुष्य के लिए वह आदर्श और प्रेरणास्त्रोत है। वरिष्ठ समाजसेवी यशवंत भंडारी ने सभी को भगवान श्री राम और हनुमानजी की प्रेरक कहानी सुनाई। उन्होंने कहा कि श्री राम कथा में पूरे जीवन का सार है। इसे प्रत्येक व्यक्ति को श्रवण कर वर्तमान दौर में अपने जीवन में परिवर्तन लाने की आवश्यकता है। उन्होंने सभी से कहा कि कथा को तन-मन से दोनो कानो से सुनकर उसे ह्रदय में स्थापित करना है, क्योकि भगवान श्री राम हनुमानजी की तरह प्रत्येक मनुष्य के भी ह्रदय में ही निवास करते है।
झाबुआवासियो में धर्म और आध्यात्म के प्रति अटूट आस्था
सामाजिक महासंघ के जिलाध्यक्ष नीरजसिंह राठौर ने उपस्थित सभीजनों से भगवान श्री राम, एवं राम-लखन-जानकी जय बोलो हनुमान की .... के जयघोष लगाते हुए अपने उद्बोधन की शुरूआत की। उन्होंने बताया कि कोई भी कार्यक्रम तन-मन और धन तीनों से संपन्न होता है। कोई तन अर्थात श्रम के माध्यम से तो कोई मन के माध्यम से, तो कोई धन अर्थात आर्थिक सहयोग भी प्रदान करता है। यह बड़े हर्ष का विषय है कि झाबुआ एक ऐसी नगरी है, जहां के लोगांे में आध्यात्म और धर्म के प्रति निष्ठा और समपर्णता कूट-कूट कर भरी हुई है।
कथा का सभी अधिकाधिक श्रवण करे
महिला पतंजलि योग समिति की जिला प्रभारी सुश्री रूक्मणी ने उपस्थित मातृ शक्तियों से कहा कि हमे स्वयं तो प्रतिदिन पांडाल पर आकर कथा का श्रवण करना है, अपने साथ अन्य महिलाओं और घर के सभी को सदस्यों को भी कथा श्रवण के लिए लाना है। मातृ शक्तियां कथा में आने के लिए एक ड्रेस कोर्ड निर्धारित करे एवं पुरूष भी एक जैसे ड्रेस कोड में कथा में भाग ले, तो इससे कथा स्थल पर एक अलग ही नजारा देखने को मिलेगा। साथ ही पूरे पांडाल को केसरिया ध्वज से सजाए जाने के साथ शोभायात्रा में भी बड़ी संख्या महिला-पुरूषों के साथ युवाओं की भी सहभागिता रहने पर बल दिया।
मातृ शक्तियों की रहे पूर्ण सहभागिता
वरिष्ठ साहित्यकार एवं लेखिका देव्यानी नायक ने कथा में विशेष रूप से मातृ शक्तियों की सहभागिता पर बल दिया एवं अपनी ओर से भी पूर्ण सहयोग हेतु आश्वास्त किया। इस अवसर पर जिला पेंशनर्स एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष एवं राजपूत समाज झाबुआ के पूर्व अध्यक्ष भेरूसिंह सोलंकी, श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर सेवा समिति से गजेन्द्रसिंह चंद्रावत ने भी अपने विचार रखे। जिला आजाद साहित्य परिषद् के सचिव शरत शास्त्री ने श्री राम पर आधारित कविता से सभी को आनंदित एवं रोमांचित किया। इस दौरान विभिन्न संस्थाओं और संगठनों की ओर से कथा की व्यवस्था में विशेष सहयोग देने के साथ आर्थिक सहयोग और सामग्री भेंट करने की भी घोषणा की गई। जिसमें राजवाड़ा मित्र मंडल के संरक्षक एवं वरिष्ठ समाजसेवी लाखनसिंह सोलंकी की ओर से सर्वाधिक 51 हजार रू. का सहयोग देने हेतु उनके भाई शंभुसिंह चौहान द्वारा सहमति व्यक्त की गई।
आमंत्रण-पत्रिकाओं का किया गया विमोचन
बैठक के समापन पर अतिथियों के साथ सभी ने भारत माता, वंदे मातरम् और श्री राम के जयकारों के बीच श्री राम कथा महोत्सव की आमंत्रण-पत्रिकाओं का भी विमोचन किया। बैठक की व्यवस्था में विशेष सहयोग भाजपा मंडल झाबुआ के महामंत्री एवं वार्ड के सक्रिय पार्षद पपीश पानेरी, गजराजसिंह चौहान दादुभाई, पंकजभाई, जगदीश पंडा, शंभुसिंह चौहान आदि ने प्रदान किया। अंत में सभी के प्रति आभार वार्ड के युवा एवं सक्रिय पार्षद पपीश पानेरी ने माना।



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